Career In Drawing And Painting: बदलते समय के साथ लोगों की सोच भी बदल रही है, खास कर ऐसे माता- पिता की जो अपने बच्चों पर बचपन से ही डॉक्टर-इंजीनियर बनने का दबाव डालते और इसे ही करियर के लिए सबसे बेहतर मानते थे। आज के समय में करियर के कई विकल्प खुल गए हैं। अब सिर्फ कॉमर्स या साइंस जैसे स्ट्रीम ही करियर की संभावना नहीं रह गया है। यही कारण है की मां-बाप अपने बच्चों को पसंद के अनुसार अपना करियर बनाने का मौका दे रहे हैं। इस समय फैशन एक ऐसा क्षेत्र है जो युवाओं को खुलकर जीने का मौका दे रहा है, जिससे आज युवा बैचलर ऑफ फाइन आर्ट की तरफ आर्कषित हो रहे हैं और पेंटिंग, ड्राइंग, मूर्तिकला के साथ अन्य कला में अपनी प्रतिभा निखारने के साथ अपना करियर बना रहे हैं।बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स का स्वरूप बहुत बड़ा है। इसमें छात्रों को नृत्य, चित्र, फोटोग्राफी, फिल्म, वास्तुकला, आदि की शिक्षा दी जाती है। यह कोर्स आप 12वीं के बाद कर सकते हैं, ज्यादातर शैक्षणिक संस्थानों में बीएफए चार सालों का कोर्स होता है। शुरूआती सालों में आपको विजुअल आर्ट के सभी विषयों की जानकारी दी जाती है लेकिन अंतिम साल में आपको स्पेशलाइजेशन के रुप में एक विषय चुनना होता है।
अगर आप इस क्षेत्र में कैरियर बनाना चाहते है तो आपको कला की अच्छी समझ होनीं चाहिए। इसके लिए आपमें कल्पनाशीलता और क्रिएटिविटी जैसी स्किल की बेसिक जानकारी जरूरी है। इसके अलावा थिंकिंग पावर और ड्राइंग, पेंटिंग, स्कैचिंग की अच्छी समझ होना जरूरी है। वहीं इस फील्ड के लिए आप नए- नए एक्सपेरिमेंट करते रहना जरूरी है, जिससे आपकी कला का और विकास हो सके। एक पेंटर के रूप में, एक उम्मीदवार विभिन्न कलाकृतियां बना सकता है जैसे कि वाटर कलर पेंटिंग, ऑइल पेंटिंग, इंक वॉश पेंटिंग, ऐक्रेलिक पेंटिंग, पेस्टल कलर पेंटिंग, ग्लास पेंटिंग, एनकॉस्टिक पेंटिंग आदि। एक पेंटर आमतौर पर स्वतंत्र रूप से काम करता है या उसका प्रदर्शन करता है।
यह एक ऐसा सेक्टर है जहां पर छात्रों को बीएफए कोर्स करने के बाद आसानी से जॉब मिल जाती है। आज कल बैचलर ऑफ़ फाइन आर्ट्स में काफी बच्चों को दिलचस्पी होती है। बैचलर ऑफ़ फाइन आर्ट्स एडवरटाइजिंग कम्पनीज, आर्ट स्टूडियोज, बाउटिकेस आदि जगहों पर जॉब कर सकते हैं। आज के समय में बैचलर ऑफ फाइन आर्टस का क्षेत्र तेजी से आगे बढ़ रहा है। वहीं अच्छी पेंटिग्स भी लाखों- करोड़ो रुपए में बिक रही हैं, जिससे कलाकारों को उसका पूरा फायदा भी मिल रहा है। अगर आप चाहें तो आप इसमें एमए करके रिसर्च के लिए जा सकते हैं और इसके बाद आप किसी प्राइवेट संस्थान या किसी सरकारी कॉलेज में पढ़ा सकते हैं।
वैसे तो कोर्स पूरा होने के पहले ही अगर आपने मेहनत की तो आपको सफलता मिलनी शुरू हो जाती है, ज्यादातर को प्राइवेट संस्थानों में, घरों और ऑफिसों, सरकार की तरफ से दीवारों को सजाने या उनपर पेंट, पोर्ट्रेट बनाने जैसे काम मिलने शुरू हो जाते हैं। फ्रीलांस आर्टिस्ट के तौर पर भी आप कार्य कर सकते हैं।
कोर्स एंड जॉब प्रोफाइल क्या होती है
एक पेंटर बनने के लिए आपको बीए इन ड्राइंग एंड पेंटिंग, बीएफए पेंटिंग, बीए इन पेंटिंग, बीए इन विजुअल आर्ट्स, बीएफए एप्लाइड आर्ट्स, एमएफए, एमए इन ड्राइंग एंड पेंटिंग, डिप्लोमा इन पेंटिंग का कोर्स करना पड़ेगा। जिसके बाद आप पेंटर, क्राफ्ट आर्टिस्ट, विजुअलाइजेशन प्रोफेशनल, इलेस्ट्रेटेर, डिजिटल डिज़ाइनर, ग्राफ़िक डिज़ाइनर, आर्ट प्रोफेशनल, आर्ट डायरेक्टर, आर्ट कंजरवेटरआर्ट, डनेपनउ, आर्ट रेस्टोरेशन स्पेसलिस्ट, मुरलिस्ट पेंटर, कॉमिक आर्टिस्ट, एंटीरियर डिज़ाइनर से जॉब प्रोफाइल पर कार्य कर सकते हैं।
कहां से करें कोर्स
छत्रपति साहूजी महाराज यूनिवसिर्टी, कानपुर
एमिटी यूनिवसिर्टी
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी
सृष्टि इंस्टीट्यूट ऑफ आर्ट एंड डिजाइन, बैंगलोर
भारती विद्यापीठ दीमेड यूनिवर्सिटी
कमला नेहरू कॉलेज फॉर वुमेन
सावित्री बाई फूले यूनिवर्सिटी
निम्स यूनिवर्सिटी
यूनिवर्सिटी ऑफ लखनऊ
पटना यूनिवर्सिटी, पटना
कॉलेज ऑफ आर्ट्स, नई दिल्ली
जीडी गोएंका यूनिवर्सिटी, गुड़गांव
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