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Friday, July 15, 2022

विज्ञापन

 


विज्ञापन कैसे लिखे 

दोस्तों जब हम किसी नए बिज़नेस की शुरुआत करते है, तो उसे Grow करने के लिए किसी ऐसे तरीके की जरुरत होती है। जिससे लोग आपके बिज़नेस की और आकर्षित हो और आपके प्रोडक्ट या सेवा को ख़रीदे।

अब आपको ये तो पता चल गया है की Aadvertisement एक ऐसा तरीका है जिससे हम अपने नए बिज़नेस को बहुत ही आसानी से बढ़ा सकते है।

लेकिन इसके लिए आपको ये पता होना चाहिए की विज्ञापन तो सभी लिखते है। लेकिन आपके विज्ञापन में ऐसा क्या खास होना चाहिए जिससे लोग दुसरो से ज्यादा आपके प्रोडक्ट पसंद करे। तो चलिए जान लेते है की एक अच्छा विज्ञापन कैसे लिखे और लुभावना विज्ञापन कैसे बनाये जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग आकर्षित हो।

1. विज्ञापन के लिए सही प्लेटफार्म चुने

आप अपने बिज़नेस के लिए Advertisment करवाना चाहते है। इसके लिए सबसे पहले आप विज्ञापन को कहाँ दिखाना चाहते है यह तय करे।

जैसे Newspapaer, Magzine या टीवी और social midiya.outdoor.hordings.branding. shop board.branding.rural.wallpainting.जो एक सबसे सटीक उत्तम विज्ञापन का माध्यम हे। वॉल पेंटिंग की आयुष्य बहुत लम्बी होती हे रूरल एरिया में वॉल पेंटिंग का सबसे बड़ा फायदा यही हे। ... फिर  किसी वेबसाइट पर, इसके बाद वहाँ किस प्रकार का एड्स दिखाना है ये तय करे। इमेज एड्स, टेक्स्ट एड्स या फिर वीडियो एड्स और अपने एड्स को उस प्लेटफार्म के हिसाब से बनाये।

2. दर्शक टारगेट करे

भले ही आपका प्रोडक्ट ऐसा हो जो सभी के लिए काम का हो, लेकिन अपने विज्ञापन में Audience की Age जरूर टारगेट करे। जिससे कस्टमर के दिमाग पर ज्यादा असर पड़ता है। खास तौर से युवाओं को टारगेट करे।

ध्यान रहे रोजमर्रा और खाने के प्रोडक्ट लिए ऑडियंस टारगेट ना करे, क्योंकि ये सभी के लिए कॉमन होती है। इसलिए प्रोडक्ट के साथ Age Group को टारगेट जरूर करें।

3. आकर्षक Heading लिखे

किसी भी विज्ञापन का यह सबसे महत्वपूर्ण भाग होता है। आप अपने विज्ञापन की Heading लोगो को आकर्षित करने वाली और आसान रखे जिससे लोग आपके विज्ञापन को पढ़ने के लिए आकर्षित हो।

अगर आपकी हैडिंग सही नहीं होगी तो भले ही आपका विज्ञापन कितना भी अच्छा हो कोई नहीं पढ़ेगा, भले ही आपका प्रोडक्ट कितना भी क्वालिटी वाला हो, लेकिन आपके प्रोडक्ट की Sell बढ़ना काफि मुश्किल हो जायेगा।

4. प्रोडक्ट के फायदे सही से बताये

यह भी एक महत्वपूर्ण भाग है आप अपने Advertisement में ये दिखाए की आपका प्रोडक्ट असल में किस तरह से लोगो की Problem को Solve कर पायेगा जिससे लोगो को इसके फायदों के बारे में समझ आ जायेगा और लोग यह तय कर पाएंगे की असल में उन्हें इस प्रोडक्ट या सेवा की जरुरत है की नहीं।

और इस बात का जरूर ध्यान रखें की विज्ञापन में गलत फायदे ना बताये क्योंकी गलत फायदे देखकर कोई भी Customer एक बार आपके Product को जरूर खरीद लेगा, लेकिन वह आपका रेगुलर कस्टमर नहीं बनेगा और ना ही किसी दूसरे को प्रोडक्ट खरीदने के लिए प्रेरित करेगा।

5. विज्ञापन को सिमित  रखें

लंबे वाक्यों को ज्यादातर लोग पढ़ना पसंद नहीं करते है। इसलिए अपने विज्ञापन में छोटे वाक्यों का उपयोग करे और छोटा एड्स बनाये। जिससे लोगो को एड्स का मुख्य उदेस्य  समझ में आ जाये। लंबा एड्स को पढ़ना लोग बोरिंग समझते है।वॉल पेंटिंग में सबसे बड़ा फायदा ये हे की उसमे विज्ञापन बड़े बड़े लेटर दिखने को मिलता हे जो ग्राहक का ध्यानकर्षित कर सकता हे 

इसलिए लोगो के इंट्रेस्ट को ध्यान में रखते हुए विज्ञापन लिखे और सिमित  में ऐसी लाइन लिखें जो काफी आकर्षित  हो, क्योंकि आकर्षित  चीजों में लोगों का इंट्रेस्ट ज्यादा होता हैं।एक सटीक उदहारण 


 विज्ञापन का उद्देश्य क्या है 

विज्ञापन क्या है ..  और विज्ञापन के प्रकारो के बारे में तो आप समझ गए होंगे। अब इसके उद्देश्यों के बारे में बात करते है। विज्ञापन एक Pay and Play प्लेटफार्म है। यहाँ आप पैसे देके अपने प्रोडक्ट या सर्विस की बिक्री या ग्राहक बढ़ा सकते है। विज्ञापन के मुख्य रूप से तीन Aim या उद्देश्य होते है।

1. जानकारीपूर्ण विज्ञापन 

किसी भी विज्ञापन में उसके बारे में सही जानकारी का होना बहुत ही जरुरी है। जिससे लोग उसकी सेवा या उत्पाद को खरदने से पहले सही निर्णय ले सके। जानकारीपूर्ण विज्ञापन उस प्रोडक्ट या सेवा की असल जानकारी पर जोर देता है।

इसमें उस प्रोडक्ट के कार्य और उसके उपयोग के बारे में लोगो को ऐसे जानकारी दी जाती है। जिससे लोग यह समझ सके की ये चीज असल में उनके काम की है या नहीं और इससे उनकी समस्या का हल होगा की नहीं। इसके बारे में पूर्ण जानकारी होती है।

2. प्रेरक विज्ञापन


 मुख्य उद्देश्य किसी कंपनी द्वारा नया प्रोडक्ट लॉन्च किया जाता है तो उसके ब्रांड की तरफ आकर्षित करना होता है। इसमें एक ही प्रकार के प्रोडक्ट के लिए विभिन्न कम्पनियाँ अपने अलग- अलग विज्ञापन करवाती है।

और इनका उद्देश्य अपने प्रोडक्ट को दूसरे की तुलना में बेस्ट बताना होता है। इसमें विज्ञापन दाता के सामने कई Compititor होते है। लेकिन उपभोक्ता को अपना उत्पाद खरीदने के लिए आकर्षित किया जाता है।

3. अनुस्मारक विज्ञापन

अनुस्मारक विज्ञापन के नाम से ही आपको समझ में आ रहा होगा की इसका मतलब बार-बार Remind करना या याद दिलाना होता है। इसमें उपभोक्ता को पहले से ही उस प्रोडक्ट के बारे में जानकारी होती है।

लेकिन विज्ञापन के माध्यम से उसे बार-बार याद दिलाया जाता है या फिर किसी पुराने उत्पाद या सेवा में बदलाव के बाद इसके फायदों के बारे में Repeat करना होता है।    

भारत में विज्ञापन की शुरुआत कब हुई

भारत में विज्ञापन की शुरुआत बहुत पहले अंग्रेजो के समय में हो चुकी थी। भारत में पहली बार 1922 में एक अंग्रेज ने विज्ञापन एजेंसी की शुरुआत की थी।

लेकिन बड़े पैमाने पर पहली विज्ञापन एजेंसी 1930 में खुली जिसका नाम नेशनल  एडवरटाइजिंग सर्विस है। भारतीय विज्ञापन इतिहास लगभग 200 वर्ष पुराना है।              माना जाता है कि संसार का पहला विज्ञापन भारत में रचा गया। आज से लगभग डेढ हजार वर्ष पूर्व यह विज्ञापन भारतीय बुनकर व्यापारी संघ दवारा प्राचीन गुप्तकालीन दशपुर (संप्रति:मध्य प्रदेश) में स्थित एक सूर्य-मंदिर की दीवारों में लगवाया गया था। विश्व के प्रसिध्द इतिहासज्ञों और पुरातत्ववेताओं को इस बात के प्रमाण मिले हैं कि प्राचीनकाल में शासक प्रजा को जिन नियमों से अनुशासित करना चाहते थे, उन नियमों को प्रजा की जानकारी के लिए सार्वजनिक स्थानों पर भिक्ति, पटूट आदि पर खुदवा दिया जाता था। धार्मिक सूचनाओं, राजाज्ञाओं और सरकारी आदेशों को शिलालेखों पर विज्ञापन के रूप में उत्कीर्ण कराने की प्रथा भारतीय सम्राट अशोक के समय में विघमान थी। सम्राटू अशोक ने शिलालेखों पर अनेक सूचनाएँ उत्कीर्ण कराई। इन्हीं सूचनाओं में जगदीश्वर चतुर्वेदी विज्ञापन की पृष्ठभूमि तलाशते हैं-"प्राचीन भारतीय समाज में विज्ञापन का लक्ष्य धार्मिक विचारों का प्रचार करना था। सम्राटू अशोक के स्तंभों और भिक्ति संदेशों, गुफा चित्रों आदि को 'आउटडोर' विज्ञापन का पूर्वज कह सकते हैं। 'इंडोर विजुअल' संप्रेषण कला के पूर्वज के रूप में अजंता, साँची और अमरावती की कलाओं को पढा जा सकता है।



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